आज की प्रस्तुति मन के खिलते उमलते दिव्य भाव हैं, जो सत्य सनातन ग्रंथोंमें वर्णित है की ईश्वर सर्वव्यापी है उसीकी एक सुन्दर अभिव्यक्ति....
आज खिलता हुआ मन, मनसे परे ईश्वर में मिला गया और बस इन दिव्य भावों को बोल उठा.......
एक दिव्य आनंद सब ओर छा गया .....
आज मैंने ईश्वर देखा
खिलती कलिमे मेरा
ईश्वर देखा