प्रेमी से बिछड़ने के दर्द पर कुछ छोटी छोटी कलियाँ, पंखुड़ियाँ
वो नीम का पेड़
और मैं
सोचते रहतें हैं
तुम्हारे बारे में
'हमेशा'!
~~~o~~~
तुम्हारी यादों की महक
लाती है यह
बहती हवा
~~~o~~~
क्यों लिखती हूँ
बार-बार
तुम्हारे बारे में
तुम ठीक तो हो?
~~~o~~~
कलियाँ, फूल और मैं
सब रहतें हैं उदास
तुम्हारी याद में
~~~o~~~
पंछियों से पूछती हूँ
तुम्हारा सन्देश
वो भी चुपचाप
तुम्हारी तरह
~~~o~~~
कविता में ढूँढती हूँ
तुम्हारा मन
बिलकुल खामोश
हमारे प्यार की तरह
~~~o~~~
खुबसूरत दुनिया
बन गई है अजनबी
तुम्हारी यादों में
जबसे हूँ खोई
~~~o~~~
बादल दिखतें ही
दौडके पूछती हूँ
क्या तुम उसके शहर से आए हो?
बादल भी खामोश
तुम, मैं और हमारा प्यार
भी खामोश
~~~o~~~
ये चंचल हवा तो
इतनी बुरी नहीं थी
ठहरसी गई है
चुपचाप
क्यों आज?
~~~o~~~
कलियाँ भी मुरुझा गई
खिलने से पहले
जैसे मेरी मुस्कुराती आँखें
उदास हो गई
तुम्हारी यादों में
~~~o~~~
लोगों ने पागल ही समझा है
गम प्यार में पागल होने का नहीं
तुम मेरे जैसे पागल क्यों नहीं
दर्द यही है
~~~o~~~
मैं तो फिर भी
लिखती हूँ अपना दर्द
तुम्हारा हाल
तो पता कैसे चले?
~~~o~~~
ये धूप
तुम्हारी यादें
और विरह
क्यों जिन्दगी बन गई है
इतनी मुश्किल?
~~~o~~~
वो नीम का पेड़
और मैं
सोचते रहतें हैं
तुम्हारे बारे में
'हमेशा'!
~~~o~~~
तुम्हारी यादों की महक
लाती है यह
बहती हवा
~~~o~~~
क्यों लिखती हूँ
बार-बार
तुम्हारे बारे में
तुम ठीक तो हो?
~~~o~~~
कलियाँ, फूल और मैं
सब रहतें हैं उदास
तुम्हारी याद में
~~~o~~~
पंछियों से पूछती हूँ
तुम्हारा सन्देश
वो भी चुपचाप
तुम्हारी तरह
~~~o~~~
कविता में ढूँढती हूँ
तुम्हारा मन
बिलकुल खामोश
हमारे प्यार की तरह
~~~o~~~
खुबसूरत दुनिया
बन गई है अजनबी
तुम्हारी यादों में
जबसे हूँ खोई
~~~o~~~
बादल दिखतें ही
दौडके पूछती हूँ
क्या तुम उसके शहर से आए हो?
बादल भी खामोश
तुम, मैं और हमारा प्यार
भी खामोश
~~~o~~~
ये चंचल हवा तो
इतनी बुरी नहीं थी
ठहरसी गई है
चुपचाप
क्यों आज?
~~~o~~~
कलियाँ भी मुरुझा गई
खिलने से पहले
जैसे मेरी मुस्कुराती आँखें
उदास हो गई
तुम्हारी यादों में
~~~o~~~
लोगों ने पागल ही समझा है
गम प्यार में पागल होने का नहीं
तुम मेरे जैसे पागल क्यों नहीं
दर्द यही है
~~~o~~~
मैं तो फिर भी
लिखती हूँ अपना दर्द
तुम्हारा हाल
तो पता कैसे चले?
~~~o~~~
ये धूप
तुम्हारी यादें
और विरह
क्यों जिन्दगी बन गई है
इतनी मुश्किल?
~~~o~~~
bahut khoob...simply amazing. Baba bless!!
जवाब देंहटाएंमनीषजी चैतन्यपुजा में आपका स्वागत| आपकी प्रतिक्रिया के लिए बहुत बहुत धन्यवाद| :-)
हटाएंप्रेम की यादें पुरानी हो कर भी महकती हैं ...
जवाब देंहटाएंदिगंबर नासवाजी बहुत बहुत धन्यवाद आपकी सुंदर प्रतिक्रिया के लिए| :-)
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