tag:blogger.com,1999:blog-5474866238449833388.post5591288031706769718..comments2023-09-27T16:43:46.511+05:30Comments on चैतन्यपूजा: नमन हे हिंदी भाषाMohini Puranikhttp://www.blogger.com/profile/14785651378350749989noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5474866238449833388.post-71149306540776639392012-08-20T16:59:32.178+05:302012-08-20T16:59:32.178+05:30खरगोश का संगीत राग रागेश्री पर आधारित है जो कि खमा...खरगोश का संगीत राग रागेश्री पर आधारित है जो कि खमाज थाट का सांध्यकालीन राग है,<br />स्वरों में कोमल निशाद और बाकी स्वर शुद्ध लगते हैं, पंचम इसमें वर्जित <br />है, पर हमने इसमें अंत में <br />पंचम का प्रयोग भी किया है, जिससे इसमें राग बागेश्री भी झलकता है.<br />..<br /><br />हमारी फिल्म का संगीत वेद नायेर ने दिया है.<br />.. वेद जी को अपने संगीत कि प्रेरणा जंगल में चिड़ियों कि चहचाहट से मिलती है.<Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5474866238449833388.post-73428799484247989362011-09-14T20:52:28.031+05:302011-09-14T20:52:28.031+05:30सत्य है|शुद्ध हिंदी कर्णमधुर प्रतीत होता है|
ह्रदय...सत्य है|शुद्ध हिंदी कर्णमधुर प्रतीत होता है|<br />ह्रदय को अत्यंत आनद मिलता है|dnyaneshhttps://www.blogger.com/profile/07895766672426503473noreply@blogger.com